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Friday, September 14, 2018

प्रखर का कबीर

बिन बोले बो बाँटे ख़ुशियाँ बिन रोए समझे वो पीर,
मन में उसके कोई कपट ना, तन पे ना वो डाले चीर।
देखके उसकी किलकारी हर, होता में हर रोज़ अधीर
नाम नहीं ये संदेशा है, प्रखर के पथ पर प्रथित कबीर ।
@प्रखर

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